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सामान्य हिंदी By निधि मैम

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वर्ण विभाग की परिभाषा /वर्ण विभाग के प्रकार

Posted on December 6, 2023March 17, 2024 By Nidhi Academy No Comments on वर्ण विभाग की परिभाषा /वर्ण विभाग के प्रकार

 वर्ण विभाग एक भाषा या लिपि के वर्णों (अक्षरों) को विभिन्न गुणधर्मों और ध्वनियों के आधार पर वर्गीकृत करने की प्रक्रिया को सूचित करती है। वर्ण विभाग भाषा विज्ञान (linguistics) के एक महत्वपूर्ण शाखा है और भाषा के वर्णों को वर्गीकृत करने और श्रेणीबद्ध करने के लिए नियमों और परिप्रेक्ष्यों की व्यापक अध्ययन के अंतर्गत…

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इकाई 1, वर्ण विभाग, वर्णमाला, सामान्य हिंदी

यमक अलंकार की परिभाषा / यमक अलंकार के भेद

Posted on October 15, 2023March 17, 2024 By Nidhi Academy No Comments on यमक अलंकार की परिभाषा / यमक अलंकार के भेद

                     यमक अलंकार  यमक अलंकार की परिभाषा- जब किसी काव्य (कविता) में कोई शब्द एक से अधिक बार प्रयोग में आया हो, किंतु हर बार उसका अर्थ भिन्न-भिन्न हो, वहाँ यमक अलंकार होता है। जैसे- कनक-कनक ते सौ गुनी, मादकता अधिकाय।  या खाए बौराय जग, वा…

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अलंकार, इकाई 6, यमक अलंकार, सामान्य हिंदी

श्लेष अलंकार किसे कहते हैं?/ श्लेष अलंकार की परिभाषा व उदाहरण

Posted on October 15, 2023March 17, 2024 By Nidhi Academy No Comments on श्लेष अलंकार किसे कहते हैं?/ श्लेष अलंकार की परिभाषा व उदाहरण

जब किसी काव्य (कविता/पंक्ति) में कोई शब्द एक ही बार प्रयोग में आया हो, किंतु प्रसंग के अनुसार उस शब्द के एक से अधिक अर्थ हों, वहाँ श्लेष अलंकार होता है। श्लेष शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है- चिपका हुआ होना या मिला हुआ होना अर्थात जब कई अलग-अलग अर्थ एक ही शब्द में चिपके…

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अलंकार, इकाई 6, श्लेष अलंकार, सामान्य हिंदी

अन्त्यानुप्रास अलंकार की परिभाषा / अन्त्यानुप्रास अलंकार के उदाहरण

Posted on October 15, 2023March 16, 2024 By Nidhi Academy No Comments on अन्त्यानुप्रास अलंकार की परिभाषा / अन्त्यानुप्रास अलंकार के उदाहरण

  अन्त्यानुप्रास अलंकार- जब किसी काव्य (कविता) की पंक्ति के अंतिम अक्षर (चरणान्त) की आवृत्ति लगातार होती है, वहाँ अन्त्यानुप्रास अलंकार होता है। उदाहरण- बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी। खूब लङी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी।।इन पंक्तियों के अंतिम चरण में ‘कहानी थी’ ‘रानी थी’ में अंतिम अक्षरों (आनी थी)…

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अन्त्यानुप्रास अलंकार, अलंकार, इकाई 6, सामान्य हिंदी

श्रुत्यानुप्रास अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित

Posted on October 15, 2023March 16, 2024 By Nidhi Academy No Comments on श्रुत्यानुप्रास अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित

श्रुत्यानुप्रास अलंकार- जब किसी काव्य (कविता) में  एक ही उच्चारण स्थान वाले अथवा एक ही वर्ग (प्रायः माधुर्य वर्ग अर्थात ‘त’ वर्ग) के वर्णों की बार-बार आवृत्ति होती है, तो वहाँ श्रुत्यानुप्रास अलंकार माना जाता है।   उदाहरण- “दिनांत था थे दिननाथ डूबते, सधेनु आते गृह ग्वाल बाल थे।” यहाँ ‘त’ वर्ग ( त थ द…

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 श्रुत्यानुप्रास अलंकार, अलंकार, इकाई 6, सामान्य हिंदी

लाटानुप्रास अलंकार किसे कहते हैं? / लाटानुप्रास अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित

Posted on October 15, 2023March 16, 2024 By Nidhi Academy No Comments on लाटानुप्रास अलंकार किसे कहते हैं? / लाटानुप्रास अलंकार की परिभाषा उदाहरण सहित

लाटानुप्रास अलंकार- जब किसी काव्य (कविता) में किसी वाक्य अथवा वाक्यांश अथवा शब्द की आवृत्ति उसी अर्थ में होती है, किंतु उसके अन्वय (मूल अर्थ/ तालमेल) में परिवर्तन होता है, वहाँ लाटानुप्रास अलंकार होता है। (‘लाट’ शब्द का अर्थ है ‘समूह’ अर्थात जब समूह में उपस्थित वर्णों की आवृत्ति हो।) उदाहरण- ‘पूत सपूत तो काहे…

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वृत्यानुप्रास अलंकार की परिभाषा/ उदाहरण

Posted on October 15, 2023March 16, 2024 By Nidhi Academy No Comments on वृत्यानुप्रास अलंकार की परिभाषा/ उदाहरण

वृत्यानुप्रास अलंकार- जब किसी काव्य (कविता) में किसी व्यंजन की आवृत्ति लगातार एक या अनेक बार होती है, तो उसे ‘वृत्यानुप्रास’ अलंकार कहते हैं। इसमें व्यंजन वर्णों की आवृत्ति  शब्द की शुरुआत अथवा अंत में स्वरूपतः होती है, क्रमतः नहीं। उदाहरण- ‘‘तरनि तनूजा तट तमाल तरुवर बहु छाये। झुके कूल सों जल परसन हित मनहुँ…

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छेकानुप्रास अलंकार किसे कहते हैं?/ छेकानुप्रास अलंकार उदाहरण

Posted on October 15, 2023March 16, 2024 By Nidhi Academy No Comments on छेकानुप्रास अलंकार किसे कहते हैं?/ छेकानुप्रास अलंकार उदाहरण

जब किसी वाक्यांश में क्रमिक रूप से अनेक व्यंजनों की आवृत्ति एक बार होती है, तो उसे ‘छेकानुप्रास’ अलंकार कहते हैं। इस अलंकार में व्यंजनों की आवृत्ति उसी क्रम में होती है। उदाहरण-  “ रीझि-रीझि रहसि-रहसि हँसि-हँसि उठै। साँसैं भरि आँसू भरि कहत दई-दई।।” यहाँ ‘रीझि-रीझि’, ‘रहसि-रहसि’, ‘हँसि-हँसि’ और ‘दई-दई’ में छेकानुप्रास है, क्योंकि व्यंजनों…

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अनुप्रास अलंकार किसे कहते हैं?/ अनुप्रास अलंकार के भेद/ अनुप्रास अलंकार उदाहरण

Posted on October 15, 2023March 16, 2024 By Nidhi Academy No Comments on अनुप्रास अलंकार किसे कहते हैं?/ अनुप्रास अलंकार के भेद/ अनुप्रास अलंकार उदाहरण

“जब किसी काव्य (कविता) में व्यंजनों की बार-बार आवृत्ति के कारण चमत्कार उत्पन्न होता है, वहाँ पर अनुप्रास अलंकार होता है।” अनुप्रास शब्द दो शब्दों के योग से मिलकर बना है – अनु + प्रास। जहाँ ‘अनु’ का अर्थ ‘बार -बार’ और ‘प्रास’ का अर्थ – वर्ण (व्यंजन) है। अर्थात जब किसी व्यंजन की बार-बार…

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अनुप्रास अलंकार, अलंकार, इकाई 6, सामान्य हिंदी

अलंकार किसे कहते हैं?/ अलंकार के भेद उदाहरण सहित

Posted on October 15, 2023March 16, 2024 By Nidhi Academy No Comments on अलंकार किसे कहते हैं?/ अलंकार के भेद उदाहरण सहित

अलंकार का शाब्दिक अर्थ है- ‘आभूषण’ हम कह सकते हैं कि ‘काव्य का आभूषण अलंकार होता है। ‘अलंकार दो शब्दों से मिलकर बना है- अलम् + कार। अलम् का अर्थ होता है- शोभा या सजावट तथा कार का अर्थ होता है- ‘करने वाला’ अर्थात ‘जो शोभा या सजावट करने वाला है’ अलंकार कहलाता है। जिस…

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