वर्ण विभाग एक भाषा या लिपि के वर्णों (अक्षरों) को विभिन्न गुणधर्मों और ध्वनियों के आधार पर वर्गीकृत करने की प्रक्रिया को सूचित करती है। वर्ण विभाग भाषा विज्ञान (linguistics) के एक महत्वपूर्ण शाखा है और भाषा के वर्णों को वर्गीकृत करने और श्रेणीबद्ध करने के लिए नियमों और परिप्रेक्ष्यों की व्यापक अध्ययन के अंतर्गत आता है। वर्ण विभाग भाषा की गठन और विकास की अध्ययन करने में महत्वपूर्ण होता है, और यह व्यक्तिगत वर्णों की विशेषता, उच्चारण, और अर्थ से संबंधित हो सकता है। इसके अलावा, वर्ण विभाग भाषा शिक्षा, भाषा सृजना, और भाषा संग्रहण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
वर्ण विभाग की मुख्य उद्देश्य भाषा के ध्वनिक इकाइयों को पहचानने, वर्णों के संबंधों को अध्ययन करने, और उन्हें श्रेणीबद्ध करने के उपायों को विश्लेषण करना है, ताकि विभिन्न भाषाओं और लिपियों में वर्णों के अंश की तुलना की जा सके। वर्ण विभाग का अध्ययन भाषा संरचना और इतिहास के अध्ययन के साथ मिलकर भाषा विज्ञान के विभिन्न पहलुओं के साथ संबंधित होता है।
वर्ण विभाग के प्रकार –
स्वर (Vowel) और व्यंजन (Consonant) दो प्रमुख प्रकार के ध्वनियाँ हैं जो हर भाषा में पाई जाती हैं और भाषा के वर्णमाला के महत्वपूर्ण हिस्से होते हैं:
1. स्वर (Vowel):-
– स्वर ध्वनियाँ भाषा में वो ध्वनियाँ होती हैं जिन्हें बिना किसी अंगूठे, जीभ, या होंठ की मदद से उच्चरित किया जा सकता है।
– स्वरों के उच्चरण में वायलों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, और व्यक्ति विभिन्न स्वरों को अलग-अलग तरीकों से उच्चरित कर सकता है।
– उदाहरण: अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ, अं, अः, आइ, आउ, इय, उओ, एअ.
2. व्यंजन (Consonant):-
– व्यंजन ध्वनियाँ भाषा में उच्चरित करने के लिए अलग-अलग अंगूठे, जीभ, या होंठ का सहायक होते हैं।
– व्यंजनों के उच्चरण में ध्वनियों को किसी सीमित रूप में उच्चरित किया जाता है, और इनके उच्चरण में वायलों का प्राधान्य नहीं होता है।
– उदाहरण: क, ख, ग, घ, च, छ, ज, झ, त, थ, द, ध, प, फ, ब, भ, य, र, ल, व, श, ष, स, ह, क्ष, त्र, ज्ञ, ड, ढ, ण, त्र, ड़, ढ़, फ़, ख़, ग़, ज़.
स्वर और व्यंजन, भाषा के वर्णमाला के महत्वपूर्ण हिस्से होते हैं और वर्णों की व्याकरण और उच्चरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। स्वरों और व्यंजनों के संयोजन से ही हम वचन (शब्द), वाक्य, और भाषा का निर्माण करते हैं।