हिंदी शब्दकोश में विभिन्न प्रकार के शब्द पाए जाते हैं, जिनमें से एक विलोम शब्द हैं। विलोम का शाब्दिक अर्थ है उल्टा। अर्थात जब कोई शब्द किसी दूसरे शब्द का उल्टा या विपरीत अर्थ प्रकट करे, तो उस शब्द को उसका विलोम शब्द कहते है। इन्हें विरुद्धार्थक, प्रतिलोम, विपर्यय या विपरीतार्थक शब्द भी कहा जाता है।
जैसे लाभ का विलोम हानि, दिन का विलोम रात।
विलोम शब्द हमेशा सजातीय होते हैं। जैसे- संज्ञा का विलोम संज्ञा, विशेषण का विलोम विशेषण, तत्सम का विलोम तत्सम, तद्भव का विलोम तद्भव।
एक से अधिक विलोम शब्द शब्दों के आकार-प्रकार, स्वभाव, आदत, लिंग, ‘ स्थिति, गुण, दोष अथवा आकृति के आध ार पर एक से अधिक विलोम शब्द बनाए जा सकते हैं।
जैसे राजा रानी, प्रजा, रंक।
कृष्ण- राधा, कंश। राम सीता, रावण।
आकाश पाताल, पृथ्वी।
विलोम शब्द कई प्रकार से बनाए जा सकते हैं-
- स्वतंत्र विलोम शब्द इस प्रकार के विलोम शब्दों की अनुलोम शब्दों से वर्तनी संबंधी कोई समानता नहीं होती है। जैसे- दिन-रात, उग्र-सौम्य, जन्म-मृत्यु, हार-जीत. आज-कल, आकाश पाताल, गुरु-लघु आदि।
- उपसर्ग से बने विलोम शब्द इस प्रकार के विलोम ‘शब्द’ में उपसर्ग लगाकर बनाए जाते हैं। उपसर्ग से विलोम बनने वाले शब्द भी दो प्रकार के होते हैं-
(1) उपसर्ग लगाकर बनने वाले विलोम शब्द ऐसे शब्द जिसमें मूल शब्द के आगे उपसर्ग लगाकर उसके शब्द को उल्टा या विपरीत कर देते हैं। जैसे- ‘
अ’ उपसर्ग प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष, धार्मिक अधाार्मिक, न्याय अन्याय, अप’ उपसर्ग यश अपयश, मान अपमान, कीर्ति अपकीर्ति
‘निर्’ उपसर्ग आदर निरादर, आमिष निरामिष, आकार निराकार,
‘वि’ उपसर्ग राग विराग, देश विदेश, प्रति’ उपसर्ग वादी प्रतिवादी, घात प्रतिघात, रूप प्रतिरूप
(II) उपसर्गों के परिवर्तन से बनने वाले विलोम शब्द ऐसे विलोम शब्द, शब्दों के उपसर्ग से उपसर्ग को परिवर्तित करके भी बनाए जा सकते हैं। जैसे सुबोधा दुर्बोधा, सुगम दुर्गम, अनाथ सनाथ, सज्जन दुर्जन, सुपुत्र कुपुत्र, सुरुचि कुरुची, – अनुकूल प्रतिकूल, अनुराग सुव्यवस्थित दुर्व्यवस्थित आदि। विराग,
- लिंग के आधार पर बने विलोम
शब्द- विलोम शब्द, शब्दों के लिंग बदलकर भी बनाए जा सकते हैं।
जैसे- पुल्लिंग से स्त्रीलिंग या स्त्रीलिंग से पुल्लिंग बनाकर विलोम बनाए जाते हैं। बेटा से बेटी, राम से सीता, पति से पत्नी, माता से पिता, चाचा से चाची, नर से नारी, बहन से भाई, दादा से दादी, रानी से राजा आदि।
- ऊनार्थक या न्यूनार्थक शब्दों से बने
विलोम शब्द बड़े अर्थ से छोटा अथवा छोटे अर्थ से बड़ा अर्थ बताने वाले शब्द ऊनार्थक या न्यूनार्थक कहलाते हैं। अतः इनके माध्यम से भी विलोम शब्द बनाए जा सकते हैं।
जैसे कटोरा कटोरी, घंटा चम्मचा चम्मच, चिमटा तालाब तलैया, खाट गिलास गिलसिया, ढोल – घंटी, चिमटी, खटोला, – ढोलक, थाल थाली, मेंढक- मेंढकी आदि। – - प्रत्यय से बने विलोम शब्द कुछ
विलोम शब्द ‘शब्द’ में प्रत्यय लगाकर बनाए जाते हैं।
जैसे तर्कपूर्ण तर्कहीन, कृतज्ञ-कृतघ्न, भाग्यवान भाग्यवान-भाग्यहीन, तेजवान-तेजहीन युक्तियुक्त-युक्तिहीन।