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पर्यायवाची / समानार्थी शब्द

Posted on September 6, 2024September 13, 2024 By Nidhi Academy No Comments on पर्यायवाची / समानार्थी शब्द

हम जानते हैं कि पृथ्वी का अर्थ धरा है। क्षिति का अर्थ भी धरा होता है, पृथ्वी, धरा और क्षिति एक दूसरे के पर्याय हैं, अर्थात इन तीनों का अर्थ एक ही (समान) है। इन्हें पर्यायवाची, समानार्थक या तुल्यार्थक शब्द भी कहते हैं। इसी प्रकार आँख, चक्षु, नेत्र, नयन और लोचन एक दूसरे के पर्यायवाची शब्द हैं। प्रत्येक भाषा (जो सजीव और उन्नतिशील हो और दूसरी भाषाओं के प्रभावों को ग्रहण करती हो) में पर्यायों की संख्या बढ़ती रहती है। आधुनिक समय में हिन्दी भाषा में संस्कृत शब्द, अरबी-फारसी शब्द, अंग्रेजी शब्द साथ-साथ चल रहे हैं। संस्कृत अपने में इतनी समृद्ध भाषा है कि पर्यायों की सबसे अधिक प्रचुरता उसी में है।
परिभाषा – ‘पर्याय’ का अर्थ होता है ‘बदले में आने वाला’। “जब कोई शब्द किसी दूसरे शब्द के स्थान पर प्रयोग किया जाए, और उसके अर्थ में कोई परिवर्तन ना हो, उस शब्द को ‘पर्यायवाची शब्द ‘समानार्थक शब्द’ कहते हैं।” अर्थात एक वस्तु के कई नाम।

उदाहरण-
चन्द्रमा – मयंक, मृगांक, सुधाकर कलानिधि आदि।
पृथ्वी-अचला, अवनी, क्षिति, धरती आदि।

पर्यायवाची शब्द तीन प्रकार के हैं-
1) पूर्ण पर्याय प्रथम वे शब्द जो वाक्य में यदि एक शब्द के स्थान पर दूसरा रखा जाए. तो अर्थ में कोई अंतर ना आए, तो यह उसका पूर्ण पर्याय है। जैसे कमल और वारिज, पृथ्वी और धरा, तथा पानी और जल।
(2) पूर्णापूर्ण पर्याय द्वितीय वे शब्द जो एक प्रसंग में तो पूर्ण पर्याय हो, किंतु दूसरे प्रसंग में अर्थ अलग हो जाए। जैसे कपड़े लटकाना के स्थान पर कपड़े टाँगना कह दें, तो वही अर्थ प्राप्त होता है, परंतु ‘वह मुँह लटकाए बैठा है’ के स्थान पर ‘वह मुँह टाँगे बैठा है’ नहीं कहा जा सकता। तो ऐसे शब्द पूर्णापूर्ण पर्याय कहलाते हैं।
(3) अपूर्ण पर्याय तृतीय वे शब्द जो अनेकार्थक शब्दों के अंतर्गत आते हैं अर्थात उनमें एक से अधिक अर्थ होते हैं उन्हें अपूर्ण पर्याय कहते हैं। जो एक तरफ पर्यायवाची का काम करते हैं, तथा दूसरी तरफ कहीं पर अर्थ में भिन्न हो जाते हैं। जैसे अंबर शब्द का अर्थ कहीं पर ‘बादल’ तो कहीं पर ‘कपास’ होता हैं। हम कह सकते हैं कि बादल का पर्यायवाची अंबर है, किंतु अंबर का पर्यायवाची बदल कहने में त्रुटि होने की संभावना है, क्योंकि ‘अंबर’ का एक अर्थ कपास भी है। इसीलिए कुछ विद्वानों का कहना है कि कोई दो शब्द पूर्ण पर्यायवाची नहीं हो सकते

शब्द पर्यायवाची / समानार्थी शब्द

पानी
बादल

कमल

समुद्र

इन्द्र

शची
गंगा

नदी

फूल
अंबु, जल, नीर, पयो, वारि, तोय अप्, पाथ, अंभ, आब, उदक, जीवन सलिल, पय, पेय, अमृत, मेघपुष्प क्षीर, सारंग।
अंबुद, जलद, नीरद, पयोद, वारिद तोयद, अब्द, अंबुधर, जलधर, पयोधर वारिधर, धाराधर, वारिवाह, मेघ, अभ्र घन, सारंग, जीमूत, पर्जन्य, बलाहक। (नोट- पानी के पर्यायवाची में ‘द’ या ‘भर जोड़कर ‘बादल’ का पर्यायवाची बना सकते हैं।
अंबुज, जलज, नीरज, पयोज, वारिज तोयज, अब्ज, पंकज, पंकरुह, पद्म, अरविन्द, इन्दीवर, उत्पल, तामरस नलिन, कुमुदनी, पुष्कर, राजीव, शतपत्र, शतदल, सरसिज, सरोज, सरोरुह सारंग, पुण्डरीक
अंबुधि, जलधि, नीरधि, पयोधि वारिधि, अब्धि, तोयधि, क्षीरनिधि जलनिधि, पयोनिधि, अर्णव, वारीश, वारीश्वर, रत्नाकर, अकूपाद, पारावार वरुणालय, मकरालय
मघवा, मेघराज, वज्रधर, वज्री, विडौजा, पुरन्दर, पुरुहूत, सहस्राक्ष, अमरपति, अमरेश्वर, अमरेश, अमरेन्द्र, देवपति, देवेन्द्र, देवेश, देवेश्वर, सुरपति, सुरेन्द्र, सुरेश, सुरेश्वर, शचीपति, शचीश, पौलोमीश, जीमूतवाहन, वासव, शक्र।
इन्द्राणी, जयवाहिनी, पुलोमजा. पौलोमी
जाह्नवी, त्रिपथगा, भागीरथी, मन्दाकिनी, विष्णुपदी, देवनदी, देवापगा, सुरतरोंगणी, सुरसरि, सुरसरिता, स्वर्गतरंगिणी, स्वर्गापगा। (नोट- प्रायः ‘देव, स्वर्ग एवं सुर’ के पर्याय में ‘नदी’ के पर्याय जोड़कर)
सरिता, आपगा, कल्लोलिनी, तटिनी, तटी, तरंगिणी, दरिया, निम्नगा, पयस्विनी, प्रवाहिनी, शैवालिनी, निर्धारिणी, कूलंकषा, सलिला।
पुष्प, सुमन, कुसुम, प्रसून, मंजरी, पुहुत, गुल, लतान्त।

अन्य पर्यायवाची शब्द-

अंक- संख्या, नंबर, क्रमांक।
अंक- निशान, चिह्न, छाप।
अंक- गोद, क्रोड, अंकवार।
अंकुर- अँखुआ, कलिका, कोपल, गाभ, कल्ला।
अंग- अवयव, भाग, हिस्सा, उपांश, घटक।
अंग -अंश, टुकड़ा, खंड।
अंगीकरणा- स्वीकरण, स्वीकृति, अंगीकार, स्वीकार, अपनाना।
अँगूठी -अंगुलिका, मुद्रा, मुंदरी, मुद्रिका छाप
अंचल- आँचल, पल्ला, पल्लू।
अंचल -छोर, सिरा, किनारा।
अंचल -क्षेत्र, प्रदेश, इलाका, अंत।
अंटर्सट -अंडवंड, लटपटांग, अनाप-शनाप।
अंत- इति, समाप्ति, आखीर, खात्मा, बस, खतमा
अंत- छोर, किनारा, सिरा, अंचल।
अंत -मरण, मृत्यु, मौत, स्वर्गवास, निधन।
अंत -परिणाम, फल, अंजाम, नतीजा।
अंतकरण- अंतरात्मा, मन, हृदय, अंतर्मन।
अंतर -भेद, फर्क, फासला।
अंतर्धान- लुप्त, ओझल, अदृश्य, गायव, तिरोहित।
अंधा- नेत्रहीन, चक्षुहीन, सूरदास, प्रज्ञाचक्षु।
अंधेर- अंधेरखाता, धाँधली, अन्याय, बेइंसाफी।
अंश- भाग, हिरसा, खंड, अवयव, टुकड़ा।
अकड़- ऐंठ, घमंड, शेखी, दंभ, गर्व।
अकथनीय- अकध, अकथ्य, अकह, अनिर्वचनीय,
अवर्णनीय, अवाच्य।
अकारण- अनायास, नाहक, बेकार, वेबात, बेमतलब,
बेवजह, बेसवध।
अकस्मात- अचानक, सहसा, औचक, एकाएक, तत्क्षण, तत्काल।
अकिंचन- निर्धन, दखि, गरीव, कंगाल:
अकेला- एकाकी, एकमात्र, अनन्य, तनहा, केवल।
अखंड- पूरा, समूचा, पूर्ण, अविभक्त, सारा, समग्र, अखिल,
संपूर्ण, समस्त, अक्षय, अक्षर, अक्षुण्ण, अखंडित, अभंग, अविच्छिन्न, अविभक्त, अविभाजित, सकल, सम्पूर्ण।
अगणित- अनगिनत, अनन्त, अपार, असंख्य, असीम, बेशुमार, बेहद, संख्यातीत।
अगला -अग्र अग्रवर्ती, सामने का, पुरस्तात, अग्रगामी। अगुआ अग्रणी, मुखिया, सरदार, नायक, प्रधान।

अचल-अडिग, अटल, अवियल, स्थिर, पक्का, दृढ़।
अचूक-अकसीर, अमोध, अव्यर्थ, पक्का, रामबाण।
अचेत-चेतनारहित, चेतनाशून्य, वोधरहित, बोधशून्य, मूर्जित. संज्ञाहीन।
अचेत-मूर्चित, बेहोश, बेखबर, संज्ञाहीन, चेतनाहीन।
अच्छा-योखा, वड़िया, उमदा, घणा, आला, अब्बल।
अच्छा- सही, ठीक, दुरुस्त, उचित, उपयुक्त।
अजनबी-अनजान, अपरिचित, अज्ञात, नावाकिफ, नादान, गैर, अनभिज्ञ, भोलाभाला, नासमझ।
अज्ञानी-अजान, अज्ञ, अनजान, अनभिज्ञ, अनाड़ी, अपरिचित, अबोध, अबिज्ञ, जड़, ज्ञानहीन, नादान, नासमझ, बुद्धिहीन, मन्दबुद्धि. मूढ़. मूर्ख।
अटल- अचल, अडिग, अपरिवर्तन, अवश्यम्भावी, अविचल, दृङ्, ध्रुष, नित्य, पक्का, स्थिर।
अत्याचार -अनाचार, अनीति, अन्धेर, अन्याय, उत्पीड़न, क्रूरता, जबरदस्ती, जुल्म, ज्यादती, दुराचार, निर्दयता, नृशंसता, बेदर्दी, सितम।
अतीत-अत्तिरिक्त रिक्त, सिवाय, अलावा, छोड़कर, न्यारा, फालतू। गत, विगत, व्यतीत, गुजरा हुआ, चीता हुआ।
अत्यंत- अतिशय, अत्यधिक बेहद, अमीम, बहुत अधि
अत्याचार- अनाचार, दुराचार, ज्यादती, दुराचरण, दुष्टता।
अथाह- अगाध, अतल, बहुत गहरा।
अदायगी- भुगतान, चुकाय, निपटाय चुकती, चेचाकी, पटावट।
अधीर- आकूल, आतुर, उताबला, उद्विग्न, उद्वेलित, धैर्यहीन, बेकरार, बेताब, व्यग्र, व्याकुल।
अध्याय-
उल्लास, काण्ड, निःश्वास, पद्धति, परिच्छेद, पाठ, पाद, प्रकरण, प्रकाश, सर्ग, स्कन्ध।
अन्धा-अनक्ष, चक्षुहीन, दृष्टिहीन, प्रज्ञाचक्षु, सूर, सूरदास।
अधिकता- बहुलता, बाहुल्य, प्रचुरता, प्राचार्य, आधिकार। अधिकार स्वत्य, प्रभुत्व, स्वामित्व, आधिपत्य, हक,
दावा। अधिकार शक्ति, सामर्थ्य, क्षमता, अर्हता, योग्यता।
अधिकारी सत्ताधारी, पदाधिकारी, अफसर, हाकिम, ऑफिसर, पात्र, योग्य, आह।
अधीन
आश्रित, निर्भर, मातहत, पराश्रित, पराधीन। अधीर उतावला. आतुर, बेचैन, उद्विग्न, आकुल, अशान्त, अस्थिर, उद्वेलित, क्षुब्ध, चिन्तित, परेशान, बेकरार,

इकाई 3, शब्दावली, सामान्य हिंदी

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